Wednesday, November 5, 2008

रेलवे लालूजी की PERSONAL PROPERTY नहीं है.

अलग अलग आतंकवादी और अलगाववादी घटनाओं में बेकसूर लोगो की मौत आजकल अपने महान भारत में एक आम बात हो गयी है। आज दिल्ली में, कल बंगालोरु में, परसों असम में, महाराष्ट्र में...... । हर एक भारतीय नागरिक जो कि इन घटनाओं का शिकार बनता है, हम सभी भारत वासियों की सहानुभूति, संवेदना का पात्र है। लेकिन इन घटनाओं को राजनैतिक रंग देने वालों और इन घटनाओं से राजनैतिक लाभ लेने की कोशिश करने वाले नेताओं को सबक सिखाना और उन्हें हाशिये पर लाना आज सबसे ज्यादा जरूरी कार्यों में से एक है।
महाराष्ट्र की घटना में दिवंगत हुवे भारतीय नागरिक के प्रति मेरी हार्दिक संवेदनाएं हैं। मुझे अत्यधिक खुशी होगी यदि हमारी सरकार दिवंगतो के परिवार वालो की ठोस मदद करे तो। लालू जी ने हाल ही महाराष्ट्र कि एक ऐसी घटना क शिकार दिवंगत के परिवार के एक सदस्य को रेलवे में नौकरी देने का वादा किया है। मेरी आपात्ति यह है कि ऐसा वादा सिर्फ़ उसी एक पारिवार के साथ क्यों? और भी लोग शिकार हो रहें है ऐसी घटनाओं के। ऐसी मेहरबानी उन के परिवारों पर क्यों नहीं दिखायी लालू जी नें? क्या लालू जी यह बात भूल गएँ हैं कि रेलवे उनकी PERSONAL PROPERTY नहीं है.

1 comment:

Sadhak Ummedsingh Baid "Saadhak " said...

काश! परसनल मानते, लालूजी यह देश.
रेल-हवाई जहाज सब, दे देता यह देश.
दे देगा यह देश,तुम्हें सारी सुख-सुविधा.
अपना समझ के बरतो, नही रहेगी दुविधा.
कह साधक कविराय,बात को जानो सरल.
समझें देश का हर मुद्दा हम काश! परसनल.